Sanghrsh kise kahte hai sanghrsh ka matlb kadi mehnat kr na sangharsh ki raha me bahot kuch teyagna padta hai tab ja kr apko apni manjil milti hai
एक लड़का जिस की उम्र 7 साल देहली निकला अपने दोस्तों के सत घूमने.देहली रेलवाए स्टेशन पे काफ़ी भीड़ थी ओर उसी भीड़ मे वो अपने दोस्तों से बिछड़ गया ओर गुम हो गया उनके दोस्तों ने उसे बहोत ढूढा पर वो मिला नहीं जब उसके दोस्त उसे ढूंढ ढूंढ कर थक गए तो वो अपने गॉव वापस आगये ओर उसके घर जा कर उसके घर वालो को सब बता दिया की आपका बेटा देहली रेलवाए स्टेशन पे छूठ गया उसके घर वालो ने जाकर बहोत ढूँढा पर नहीं मिला काफ़ी टाइम तक वो अपने लड़के को ढूंढ़ते रहे 2 सालों तक तलाश की उसके घर वालो ने पर नहीं मिला.अब उन्हें लगने लगा की सयाद वो अब जिन्दा नहीं है 1 साल बाद उन्होंने उसका अंतिम संस्कार कर दिया अब उसके गॉव वालो को भी यकीन हो गया की अब वो इस दुनिया मे नहीं रहा..देहली रेलवाए स्टेसन से उस लड़के को एक बंदा ले गया ओर उसको अपने सत रखा.वो बंदा कार मकैनिक था तो उसने उसको अपने सत काम पे लगा लिया.वो लड़का उस बन्दे के सत रहता ओर सत काम करता.ऐसे देखते देखते कई साल गुजर गए ओर लड़का जो खोया था उसने काम शिख लिया ओर समझदार भी हो होगया तो उस बन्दे एक दिन उस लड़के से पूछा तुझे अपने माँ बाप और अपना घर याद है उसने कहा माँ बाप तो याद है ओर घर भी थोड़ा बहोत याद है पर अब काफ़ी टाइम हो चूका है घर ढूंडू ना पड़े गा.उस बन्दे ने कहा जा घर चला जा अब पर उसने मना कर दिया बोला मैं अपना कारखाना खुलू गा और उसने खोल लिया काम करता रहा धीरे धीरे उसने अपना काम बड़ा कर लिया अब वो 26 साल का हो चूका था.एक दिन उसका घर जाने का मन करा और वो निकल गया अपने घर के लिए कड़ी मुश्किल से पूछते पूछते घर पहोंचा वो ज़ब उसने दरवाजा पिता तो एक लड़का आया ओर बोला जी कहिये क्या काम है अब्दुल्लाह है तो उसने कहा नहीं वो मेरा छोटा भाई है इमरान है.इसने कहा क्या मै अंदर अजु और फिर अंदर गया बैएठा और पानी मांगा फिर बोला मे इस घर बेटा हु ओर सब का नाम बतया.ये सब देख कर उसके घर वाले सोच मे पड़ गए उन्हें यकीन नहीं हो रहा था उसने फिर काफ़ी लोगो के नाम बातये तब जा कर यकीन हुआ उसके घर वालो को....
Hello dosto kaisa hai ap sab.....apko ye artical kaisa laga jarur batye taki aise hi or artical post karu apke liye..
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